प्राचीनबर्हि कहें नारद जी से कि पूरी तरह समझ में न आया। प्राचीनबर्हि कहें नारद जी से कि पूरी तरह समझ में न आया।
बोले श्री हरी की है नारद वो है माँ की ममता, जिसे पाने मैं लेता हूँ जन्म बार बार। बोले श्री हरी की है नारद वो है माँ की ममता, जिसे पाने मैं लेता हूँ जन्म बार बा...
हे प्रभु, इसी विषय पर मन मेरा उलझा है मुझे आपका न्याय कभी समझ नहीं आता। हे प्रभु, इसी विषय पर मन मेरा उलझा है मुझे आपका न्याय कभी समझ नहीं आता।
फ़ैल रहा चारों ओर बिना मेरे हस्तक्षेप के अनाचार ! फ़ैल रहा चारों ओर बिना मेरे हस्तक्षेप के अनाचार !
कार्तिकेय का जन्म हुआ बड़े हुए तारक मारा था। कार्तिकेय का जन्म हुआ बड़े हुए तारक मारा था।
हिमालय पर रमणीय स्थान एक रुक गए नारद, आगे न जाएँ! हिमालय पर रमणीय स्थान एक रुक गए नारद, आगे न जाएँ!